Byju Raveendran: स्टार्टअप जिसने बदल दी जिंदगी, ऐसा था साधारण कोचिंग टीचर से अरबपति बनने का सफ़र
Inspirational Desk| हाल के वर्षों में, दुनिया के कई हिस्सों में लोगों का फोकस स्टार्टअप्स की ओर बढ़ रहा है। भारत में, स्टार्टअप की संख्या तेजी से बढ़ी है और सभी आयामों में अधिक समर्थन उपलब्ध हो गया है। आज स्टार्टअप्स को विकास और नौकरियों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण इंजन के रूप में व्यापक रूप से पहचाना जा रहा है। ऐसी ही एक एडटेक स्टार्टअप है Byju’s, जो भारत के सबसे सफल स्टार्टअप्स में से एक है जिसके मालिक ब्याजू रवीन्द्रन (Byju Raveendran) ने बीते सोमवार को एक बयान में कहा कि “भारत का प्रमुख एडटेक कंपनी Byju’s, ऑफलाइन विकास में तेजी लाने के लिए ऑफलाइन टेस्ट प्रीप लीडर आकाश एजुकेशनल सर्विसेज का अधिग्रहण कर रहा है।” यह सौदा $ 1 बिलियन (लगभग 7,300 करोड़ रुपये) के बराबर है, जो बायजू द्वारा अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है।
Byju Raveendran: इंजीनियर से मालिक तक का सफर
बायजू कंपनी के मालिक ब्याजू रवीन्द्रन (Byju Raveendran) कन्नूर जिले के गांव अझीकोड के है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अझीकोड में ही मलयालम मीडियम स्कूल से की, जहां उनके पिता और माता शिक्षक थे। ग्रेजुएशन के बाद रवीन्द्रन ने एक शिपिंग कंपनी में बतौर इंजीनियर काम किया। इस दौरान उन्होंने कैट की परीक्षा भी दी, पर्याप्त अध्ययन नहीं करने के बावजूद, 2003 में, रवींद्रन ने परीक्षा में 100% स्कोर किया। इसी दौरान उन्होंने अपने कुछ दोस्तों को IIMs के एंट्रेन्स एग्जाम की तैयारी में भी मदद करने की। कैट में 100% स्कोर लाने के बावजूद उन्होंने IIM जॉइन न करके कोचिंग क्लास शुरू करने का फैसला किया। 2005 में नौकरी छोड़कर बायजू ने कोचिंग क्लासेस लेना शुरू कर दिया। यहीं से बायजू के एक सफल बिजनेसमैन बनने का सफर शुरू हुआ।
कोचिंग से की शुरुआत
रविंद्रन ने कोचिंग की शुरुआत बच्चों के छोटे ग्रुप से की, जिसके बाद वो ऑडिटोरियम और फिर स्टेडियम में बच्चों की क्लासेस लेने लगे। 2006 से 2011 के बीच बायजू के स्टूडेंट्स की संख्या 40 से बढ़कर 1,000 तक पहुंच गई।
2011 में शुरू किया स्टार्टअप
कोचिंग क्लासेज में लगातार बच्चों का इजाफा देखते हुए ब्याजू ने दूसरे शहरों में जाकर कोचिंग क्लासेस लेना शुरू कर दिया। बाद में उन्होंने सोचा कि क्यों न एक ही जगह रहकर अपने सभी छात्रों तक पहुंचा जा सके। इसलिए उन्होंने 2009 में CAT के लिए ऑनलाइन वीडियो बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम शुरू किया। 2011 में उन्होंने Think & Learn स्टार्टअप लॉन्च किया। जो Byju’s की पेरेंट कंपनी है।
Byju’s – the learning app
स्मार्टफोन की बढ़ती लोकप्रियता के बीच ब्याजू ने 2015 में अपना फ्लैगशिप प्रॉडक्ट Byju’s – the learning app लॉन्च किया। इंटरनेट की दुनिया में उनका यह लर्निंग ऐप इतना सफल हुआ कि महज 7 सालों में बयाजू रविन्द्रन (Byju Raveendran) अरबपति बन गए। इस ऐप में उन्होंने बच्चों को एनिमेशन का इस्तेमाल करके पढ़ाना शुरू किया। अर्थात ये ऐप डिज्नी की तरह द लायन किंग के सिम्बा, फ्रोजन के अन्ना के माध्यम से वन क्लास के छात्रों को मैथ और अंग्रेजी पढ़ाता है। इस ऐप में किंडरगार्डन से लेकर कक्षा बारहवीं तक के बच्चों के लिए क्लासेस उपलब्ध है। इसके अलावा ये ऐप इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और सिविल सर्विसेज के एंट्रेन्स टेस्ट के लिए ट्रेनिंग भी कराती है।
Byju’s की उपलब्धियां
- Google डिजाइन पुरस्कार – 2018
- एफटी आर्सेलर मित्तल बोल्डनेस इन बिजनेस अवार्ड्स – 2019
- डेलॉयट टेक्नोलॉजी फास्ट 50 इंडिया और फास्ट 500 एशिया अवार्ड ईयर – 2019
- इंडियन एजुकेशन कांग्रेस- एडटेक कंपनी ऑफ द ईयर – 2020
- ईटी नाओ बिजनेस लीडर ऑफ द ईयर अवार्ड- स्टार्टअप ऑफ द ईयर – 2020
- ब्लूमबर्ग बिजनेसवीकस द ब्लूमबर्ग 50 लिस्ट – 2020
- फॉर्ब्स एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर 2020- 2021