घर में इस जगह रख दें चुपचाप बस एक कपूर, आने वाली पुस्ते भी होंगी करोड़पति
हमारे यहाँ शास्त्रो में कपूर से संबन्धित कई बातें बताई गयी हैं, इसके कई लाभ भी बताये गए हैं, कर्पूर या कपूर एक ऐसा मोम की तरह उड़नशील दिव्य वानस्पतिक द्रव्य हैं। इसे हम अक्सर आरती के समय या उसके बाद जलते हैं। जिससे इसकी सुगंध पूरे वातावरण में फ़ेल जाती हैं, इसके सुगंध से मन एवं मस्तिस्क को शांति मिलती हैं। कपूर को संस्कृत मे कर्पूर,फारसी में काफूर और अँग्रेजी में कैंफर कहते हैं। अगर हम देखें तो वस्तु एवं ज्योतिष शास्त्रो में भी इसके महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया हैं और इसके उपयोग के बारे में भी बताया गया हैं।
औषधि के रूप में कपूर के कई फायदे हैं आज हम आपको बताएँगे की कपूर आपको कैसे संकट से मुक्ति दिला सकता हैं, आप संकट मुक्त तो होंगे ही साथ ही आप मालामाल भी बन जाएंगे और इसके साथ ही आप कैसे अपने ग्रह और घर को बाधा मुक्त रख सकते हो।
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पितृदोष और कालसर्पदोष से मुक्ति हेतु
माना गया हैं यदि आप आओने दोषो से मुक्ति पाना चाहते हैं तो कपूर को जलाने से पितृदोष और कालसर्पदोष से मुक्ति मिलती हैं, मान्यता हैं की यह राहू और केतू का प्रभाव मात्र हैं। इस दोष को दूर करने के लिए घर के वास्तु को ठीक करा सकते हैं। यदि आप घर के वास्तु को ठीक नहीं करा सकते हैं तो प्रतिदिन सुबह, शाम और रात्री को तीन बार घी में भिगोया हुआ कर्पूर जलाए। आप घर के शौचालय और बाथरूम में कर्पूर की 2-2 टिकियाँ रख दे, इसके लिए बस इतना ही उपाय काफी हैं।
आकस्मिक घटना या दुर्घटना से बचाव
माना जाता हैं की आकस्मिक घटना या दुर्घटना का कारण राहू, केतू और शनि होते हैं, इन सब के अलावा हमारी असुरक्षा और हमारा क्रोध भी दुर्घटना का कारण बनते हैं। इसके लिए आप रात्री में हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद कर्पूर को जलाए। यदि आप रात्री में सोने से पूर्व कर्पूर जलाकर सोने से और भी लाभ प्राप्त होता हैं।सकारात्मक उर्जा और शांति के लिए
घर में शांति और सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करने के लिए प्रतिदिन कर्पूर को घी में मिलकर सुबह शाम जलाए और इसकी खुशबू फैलाये। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता हैं और घर में सुख-शांति तथा अमन बनी रहती हैं।
वास्तु दोष मिटाने के लिए
यदि आपके घर पर किसी स्थान पर वास्तु दोष निर्मित हो रहा है तो वहां एक कर्पूर की 2 टिकियां रख दें। जब वह टिकियां गलकर समाप्त हो जाए तब दूसरी दो टिकिया रख दें। इस तरह बदलते रहेंगे तो वास्तुदोष निर्मित नहीं होगा।
पति-पत्नी के बीच तनाव को दूर करने हेतु
हर पति और पत्नी के बीच किसी न किसी बात पर नोक-छोक तो होती है, पर यह नोक-छोक ज्यादा बाद जाए तो रात को सोते समय पत्नी अपने पति के तकिये में सिंदूर की एक पुड़िया और पति अपनी पत्नी के तकिये में कपूर की 2 टिकियां रख दें। प्रातः होते ही सिंदूर की पुड़िया घर से बाहर कही उचित स्थान पर फेंक दें तथा कपूर को निकाल कर शयन कक्ष में जला दें।
धनवान बनने के लिए
रात्रि काल के समय रसोई समेटने के बाद चांदी की कटोरी में लौंग तथा कपूर जला दिया करें, यह कार्य नित्य प्रतिदिन करेंगे तो धन-धान्य से आपका घर भरा रहेगा। धन की कभी भी कमी नहीं होगी।
विवाह हेतु
यदि आप चाहते हैं की यह समस्याए न आए तो आपके लिए कपूर का यह उपाय बहुत ही कारगर है। 36 लौंग और 6 कपूर के टुकड़े लें, इसमें हल्दी और चावल मिलाकर इससे मां दुर्गा को आहुति दें।
मनचाही भूमि या भवन पाने के लिए
आप यदि अपना मन चाहा भूमि या भवन पाना चाहते हैं तो एक बार इस उपाय को अपनाए, यह उपाय नवरात्रि के दिन करने से ही इसका लाभ मिलता है। सबसे पहले उस स्थान की थोड़ी-सी मिट्टी लाकर एक कांच की शीशी में उसे डालें। उसमें गंगा जल और कपूर डालकर उसे पूजा में जौ के ढेर पर स्थापित कर दें। नवरात्र भर उस शीशी के आगे नवार्ण मन्त्र ‘ऐं हीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे’ का पांच बार जप करें और जौ में रोज गंगा जल डालें।
नवमी के दिन थोड़े से अंकुरित जौ निकाल लें और ले जाकर मनचाही जगह पे डाल दें। कांच की शीशी को छोड़कर शेष सामग्री को नदी में डाल दें। देवी की कृपा हुई तो आपको मनचाहा घर जरूर मिल जाएगा। नवरात्रि के दौरान करेंगे तो और भी ज्यादा असर कारक होगा।